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A S MUSIC - REGIONAL's video: Ep 2 I Raja Jagatpal Singh Fort I Pithoria I Exploring Jharkhand

@Ep#2 I Raja Jagatpal Singh Fort I Pithoria I Exploring Jharkhand
यूं शुरु हुर्इ कहानी: झारखंड के बुजुर्ग बताते हैं कि पिठौरिया प्रारम्भ से ही मुंडा और नागवंशी राजाओं का प्रमुख केंद्र रहा है। 16वीं सदी में जब पश्चिमी ताकतों का भारत में आगमन हुआ तो यहां के मूल निवासी और आदिवासी उनके हस्तक्षेप का शिकार हुए। सन् 1831-32 के दौरान अंग्रेजों ने लोगों पर पूर्ण आधिपत्य जमाने का प्रयास किया। लेकिन सिंदराय और बिंदराय नायकों के नेतृत्व में जनांदोलन छिड़ गया। चूंकि अंग्रेज इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों से अनजान थे, इसलिए वे विद्रोह को दबा नहीं पा रहे थे। 1831 के अंतिम महीनों में अंग्रेजों ने पिठौरिया व आसपास के लोगों को दबाने के लिए खूब हमले किए। लेकिन क्रांतिकारी ठाकुर विश्वनाथ नाथ शाहदेव ने गोरों की कूटनीति के आगे घुटने नहीं टेके। वह आदिवासियों की बस्ती से लड़ाके जुटाने लगे। इस बीच अंग्रेज अधिकारी विलकिंगसन ने यहां के एक राजा जगतपाल सिंह से मदद मांगी। जानिए कौन थे राजा जगतपाल सिंह : राजा जगतपाल सिंह पिठौरिया परिक्षेत्र के मुखिया थे। उन्होंने ही इस इलाके को व्यापार और सांस्कृतिक केंद्र का रूप दिया। उन्होंने एक ऐसे महल का निर्माण कराया जो विशाल तो था ही, उसमें रहवास हेतु किसी चीज की कमी भी नहीं होती थी। यह महल दो मंजिला था, जो करीब 30 एकड़ में फैला हुआ था। इसमें 100 से अधिक कक्ष थे। हर कक्ष की अपनी एक शेप थी। किले का रंग लाल नजर आता था, जो कि ईंट, पत्थरों और चूने से बनाया गया था। रानियों के लिए स्विंमिंग पूल और गार्डन भी थे। जिनके निकट एक शिवमंदिर भी बनवाया गया था। इतना सब होते हुए भी एक घडी़ ऐसी आर्इ कि जगतपाल पथभ्रष्ट और लोगों में नापसंद हो गए। क्रांतिकारी शाहदेव को दिलवार्इ थी फांसी: तत्कालीन अंग्रेज गवर्नर विलियम वैंटिक से 313 रुपए पेंशन की खातिर, राजा जगतपाल ने पिठौरिया के क्रांतिकारियों के खिलाफ अंग्रेजों का साथ दिया। पिठौरिया की गुप्त सूचनाओं और रणनीति से अंग्रेजों को वाकिफ कराया। इसके बाद अंग्रेजों ने जगतपाल के साथ मिलकर सन् 1857 में विद्रोह को दबाना शुरू कर दिया। कर्इ क्रांतिकारी बंदी बना लिए गए, जिनमें विश्वनाथ नाथ शाहदेव भी शामिल थे। 1858 में 16 अप्रैल के दिन जगतपाल की गवाही पर नाथ शाहदेव को रांची जिला स्कूल के सामने कदम्ब के वृक्ष पर फांसी दे दी गर्इ। इस दौरान सैकडों लोग आत्मरक्षा को बलिदान कर गए। इस तरह लगा शापित हुआ राजा: जनता की परवाह किए बिना राजा जगतपाल ने दुश्मनों से हाथ मिला लिया। यह उनका धोखा और गद्दारी थी। इसके चलते काफी संख्या में लोग मारे गए, जिसके बाद लोगों में जगतपाल के खिलाफ रोष चरम पर आ गया। कहते हैं, जब क्रांतिकारी ठाकुर विश्वनाथ नाथ शाहदेव फांसी पर लटकाए जा रहे थे तो उन्होंने जगतपाल को शाप दिया कि ”आज़ से कोर्इ जगतपाल का नाम तक नहीं लेगा। यह खूबसूरत किला और शानोशौकत सब तबाह हो जाएगी। किले पर तब तक वज्रपात होता रहेगा जब-तक वह मिट्टी में नहींं मिल जाएगा।” शाप के कारण राजा जगतपाल की मौत शीघ्र ही हो गर्इ। किले का आकर्षण दिनों दिन नष्ट होने लगा। आसमान से हर साल बिजली उस पर गिरने लगी। जो लोग जीवित बचे वे बस्ती से दूर जाकर बसने लगे। नगर के ताल-तलैया इतने गंदे हो गए कि यहां कोर्इ नहीं रहने लगा। कभी सूखा, तो कभी बिजली का कहर. ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक 1857 में जगतपाल सिंह ने फोर्ट में फ्रंटियर गार्ड स्थापित कराए थे। जिनके अवशेष आज भी मिलते हैं। अखबार ने पिठौरिया में 200 साल से पहले 800 वर्ष तक के स्थलों की भी समीक्षा की है। राजा जगतपाल सिंह के इस किले पर बिजली गिरने को लेकर कर्इ जानकारों ने अपनी राय दी। कुछ का कहना था कि यह पहाडी़ क्षेत्र ऊंचे पेडों और लौहअयस्क की मौजूदगी के कारण आसमान से बिजली को अट्रैक्ट करता है। इसलए यहां बिजली गिरती है, लेकिन आप खुद ही सोचिए, जिस क्षेत्र के बारे में वहां के लोग और किले के अवशेष कहते रहे हैं कि सदियों पहले तो यह खूबसूरत स्थल हुआ करता था। यह आबाद नगर था, तब तो बिजली ऐसे नहीं गिरती थी। जबकि उस काल में यहां आज से ज्यादा पेड़ और लोह अयस्क हुआ करते थे। हालांकि अब तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण या यूनिस्को अधिकारियों के यहां पहुंचने की पुष्टि नहीं हुर्इ है। राजा जगतपाल ने अपने जमाने में यहां कर्इ कक्ष बनवाए थे। पानी के लिए भी भरपूर इंतजाम थे। आज यह जगह ऐसी हो गर्इ हैं। टूरिस्ट भी कभी-कभी आते हैं, लेकिन खंडहरों में घुसने की हिम्मत किसी की नहीं होती। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ Lebal : AS Music Regional Subscribe our channel https://www.youtube.com/channel/UCMzUFv-eXuwIlAZyY1dF9hw Lebel : AS MUSIC REGIONAL to AS MUSIC REGIONAL CHANNEL for Nagpuri,Thet,Khortha and Santali Audio and Videos. other related videos 1. Tu hi thi khuda mera | Latest Hindi Video https://www.youtube.com/watch?v=Ous33-Vtkmc https://www.youtube.com/watch?v=uJIXV9e4tV4 https://www.youtube.com/watch?v=JPWLMMCJtuI https://www.youtube.com/watch?v=PlFD1TR3vus https://www.youtube.com/watch?v=tj24m0gN4Hc https://www.youtube.com/watch?v=yOCK8zNjiC8 https://www.youtube.com/watch?v=tY_nB7nqC50 https://www.youtube.com/watch?v=loERR2k1YU Music Source Non Copyright Vlog Music : Fredji - Happy Life ( Vlog No Copyright Music ) https://youtu.be/KzQiRABVARk ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ Warning : ©️All Digital Rights Reserved with AS MUSIC REGIONAL, Ranchi, Jharkhand

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This video was published on 2019-04-03 16:59:19 GMT by @A-S-MUSIC---REGIONAL on Youtube. A S MUSIC - REGIONAL has total 264K subscribers on Youtube and has a total of 148 video.This video has received 34 Likes which are lower than the average likes that A S MUSIC - REGIONAL gets . @A-S-MUSIC---REGIONAL receives an average views of 407.8K per video on Youtube.This video has received 2 comments which are lower than the average comments that A S MUSIC - REGIONAL gets . Overall the views for this video was lower than the average for the profile.A S MUSIC - REGIONAL #Nagpuri #Sadri #Jharkhand #SUBSCRIBE has been used frequently in this Post.

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